शुक्रवार, 13 जनवरी 2012

************ “भारतवर्ष हमारा है” *************



धवज लगायें ह्रदय में आपने.दिल से सब सम्मान करें
.
कर्म करें जीवन भर ऐसे ही,हम पर सब अभिमान करें.



भारत माँ के बेटे हैं हम,सब मिल माँ का श्रंगार करें
.
बेटे का हर फ़र्ज़ निभाएं ,प्रेम का यूं हम इज़हार करें.



नज़र झुके कभी ना अपनी,ना ही मन में संताप रहे
.
सदियाँ बदल जाएँ यहाँ पर,लेकिन अखंड प्रताप रहे .



गौरव मयी इतिहास बनाये,सदा रहें हम सत्य जहाँ
.
मर जाएँ हम मात्र भूमि पर,आना हो गर मौत यहाँ.



कहलायें हम राष्ट्र भक्त ही, रहें कहीं भी चाहे जहाँ
.
हो जाये ना नाम कलंकित, लज्जित ना हो भारत माँ



माँ को ये विश्वास दिलाएं,अमर सदा तेरी शान रहेगी
.
दुश्मन गर ना चेते "बाबा"गंगा सी रक्त धार बहेगी



सवा अरब सिर रखे धडों परसब कटने को है तैयार
.
मात्रभूमि पर खून बहा कर, दिखला देंगे अपना प्यार



धरा गूँज रही एक सुर में, गूँज रहा भीषण चीत्कार


अब नहीं माफ़ करेगी जनता, बंद करो यह भ्रस्टाचार.


माँ के चरणों में समर्पित..... सभी राष्ट्रभक्तों को समर्पित..


प्रत्येक भारतवासी (जिनके ह्रदय में माँ के प्रति प्रेम हो)

……………………………….उनको समर्पित.....बिगबास

2 टिप्‍पणियां:

  1. आपके ब्लॉग पर आगमन और समर्थन का बहुत- बहुत आभार , यह स्नेह निरंतर मिलता रहे.
    सुन्दर सृजन , बधाई.

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आपके जैसे मित्रों को मित्रमंडली में पाकर हमें गर्व महसूस होता है मित्रवर. सादर आभार.

      हटाएं