सोमवार, 20 फ़रवरी 2012

***** सम्मान *****

गर चाहते जो जिंदगी में इज्ज़त भरी
तो सर उठा के जीने की कोशिश तो करो
झुकने की मजबूरी भी आ जाये कभी
तो कटाने को शर अपना हाज़िर तो करो.

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